बात बेवज़ह, उलझी मिसाल की धीमी चाल कानूनी जाल की। बात बेवज़ह, उलझी मिसाल की धीमी चाल कानूनी जाल की।
इस खालीपन में जिंदगी तब भी चला करती थी आज भी चला करती है इस खालीपन में जिंदगी तब भी चला करती थी आज भी चला करती है
घर में रहकर कुछ दिन विश्राम करें।। घर में रहकर कुछ दिन विश्राम करें।।
दूर रहें सब एक दूजे से, पर तार दिलों के जुड़े रहें, हिन्दू हों या मुस्लिम हों पर मानवता दूर रहें सब एक दूजे से, पर तार दिलों के जुड़े रहें, हिन्दू हों या मुस्लिम हों ...
तुम्हारे प्यार का साथ ऐसा ही रहने दो। तुम्हारे प्यार का साथ ऐसा ही रहने दो।
जिंदगी भर पड़े पछताना ऐसी हालत न आ जाऐ गलती कोई न कर बैठें जो किसी को करोना खा जाऐ, जिंदगी भर पड़े पछताना ऐसी हालत न आ जाऐ गलती कोई न कर बैठें जो किसी को कर...